News Breaking
Live
wb_sunny

Breaking News

स्वदेशी मेला बना आकर्षण का केंद्र.. शिवपुरी वासियों ने स्वदेशी मेले की प्रशंसा खुले दिल से की...

स्वदेशी मेला बना आकर्षण का केंद्र.. शिवपुरी वासियों ने स्वदेशी मेले की प्रशंसा खुले दिल से की...

स्वदेशी मेले में स्थानीय उत्पादों की धूम.. स्वदेशी को कैसे बढ़ावा मिले इसके लिए पूरे मेले में स्वदेशी बाजार सजाया..
चर्चित समाचार एजेंसी।
।।शिवपुरी 12/02/25।। स्वदेशी जागरण मंच शिवपुरी द्वारा स्वर्णिम भारत वर्ष फाउंडेशन के तत्वाधान में स्वदेशी मेला आयोजित किया गया यह मेला 31 जनवरी से लेकर 9 फरवरी 2025 तक लगाया गया।
अंत के दिन 9 फ़रवरी को डॉ रघुवीर सिंह गौर द्वारा मेले का समापन कराया गया समापन के दौरान शिवपुरी अनुविभागीय अधिकारी उमेश कौरव, तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा, तथा कार्यकारिणी सदस्यों को एवम कार्यकर्ताओं को मेला अधिकारियों की उपस्थिति में पुरस्कार वितरण किया गया। इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा संगीत का रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया स्वदेशी मेला शिवपुरी में पहली बार आयोजित किया गया है जिसका भूमि पूजन व कार्यालय का उद्घाटन प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर द्वारा किया गया। 
सांसद सिंधिया द्वारा रंगमंच से स्वदेशी पर दिया गया बल..
मेले में केंद्रीय मंत्री तथा स्थानीय सांसद सिंधिया का भी आगमन हुआ। मेला रंगमंच से सिंधिया द्वारा स्वदेशी मेला की उपयोगिता पर बल देते हुए शिवपुरी स्वदेशी मेला की प्रशंसा की। मेला में प्रतिदिन राजनीतिक व प्रशासनिक अतिथियों तथा संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी का मंच से मार्गदर्शन व उद्बोधन प्राप्त हुआ।
मेले में रंगमंच से कार्यक्रम में लगभग 400 महिलाओं ने की भागीदारी..
स्वदेशी मेले में लगातार 10 दिन तक दोपहर 2:00 बजे से 5:00 तक शहर की विभिन्न वर्गों की महिलाओं द्वारा मनोरंजन एवं ज्ञानवर्धक कार्यक्रम हुए जिसमें न सिर्फ महिलाओं ने स्वदेशी सामान हमारी  दिनचर्या को कैसे आवश्यक है यह बताया बल्कि बढ़-चढ़कर मनोरंजन भी कराया। जो वहां पर उपस्थित सभी बच्चे, महिला एवं पुरुषों को बहुत पसंद आया। इस 10 दिन के कार्यक्रम में लगभग 400 से अधिक महिलाओं की भागीदारी रही।
800 से अधिक छात्रों ने दी अलग-अलग प्रस्तुति..
स्वदेशी मेले में 31 जनवरी से 9 फ़रवरी तक प्रतिदिन शाम 5:00 बजे से लगभग 8:00 बजे तक विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्रों द्वारा आकर्षक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। यह उस मेले में आई हजारों की संख्या की भीड़ को इतना पसंद आया कि ज्यादातर लोग इस मेले में सहपरिवार उपस्थित रहे।
बालग्रह की बच्चों ने भी दी प्रस्तुति..
स्वदेशी में लेकर कार्यक्रम में रंगमंच से शिवपुरी के बाल गृह में उपस्थित 15 से 20 बच्चों ने समय-समय पर मंच पर उपस्थित होकर अपनी बेहतरीन प्रस्तुति दी कभी वह देशभक्ति की गीतों पर पूरी एनर्जी के साथ नाचते नजर आए तो कभी उन्होंने म्यूजिक स्टोरी पर अभिनय कर देश की भावी पीढ़ी को नया संदेश दिया। उनका यह कार्यक्रम न सिर्फ बच्चों  को बल्कि वहां पर उपस्थित सभी बड़े बुजुर्ग माता बहनों को भी पसंद आया।
वीर रस के कवि आशुतोष की कविताओं ने बांधा समां.. तो कवित्री वैशाली की रचनाओं ने श्रोताओं का को मंत्रमुग्ध किया..
यहां आपको बता दे की स्वदेशी मेले में इन 10 दिनों के कार्यक्रमों में भिन्न-भिन्न जगह से बड़े-बड़े कलाकारों एवं रचनाकारों को मंच से प्रस्तुति के लिए बुलाया गया था जिन पर उनकी सभी व्यवस्थाओं और उनके मानदेय का पूरा ख्याल रखा गया। कार्यक्रम में स्थानीय प्रतिभाओं के आलावा अन्य राज्यों से आए कलाकारों ने पूरी तरह से माहौल को बांधे रखा। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में जहां एक ओर वीर रस के कवि "आशुतोष शर्मा" द्वारा देशभक्ति की कविताओं का उद्बोधन कर समां को बांधे रखा, तो वहीं शिवपुरी की जन्मी प्रख्यात कवियत्री "मनु वैशाली" ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया।
हालत यह हो गई की मंच की नीचे पंडाल में उपस्थित आमजनता द्वारा समय अभाव के बावजूद मनु वैशाली  की उन तमाम कविताओं को बार-बार पढ़ने के लिए आग्रह किया जाने लगा जो कहीं ना कहीं आम दिल आम जनता की दिल छू जाती है जिसमें मोहिनी और मेरा गांव प्रमुख थीं। इसके अलावा छतरपुर से आए पटेरिया बंधु, भोपाल से बुंदेलखंडी गायिका कविता शर्मा, दिल्ली से पंजाबी लोक गायक चन्नी मस्ताना, मालवा निमाड़ के लोकप्रिय हरबोला बंधु ने अपनी शानदार प्रस्तुतियां भिन्न- भिन्न दिवसों में दीं। इसके अलावा मेला रंगमंच पर आचार्य विद्यासागर महाराज की प्रथम पुण्यतिथि पर विशाल महाआरती का आयोजन भी किया गया।
सामान्य दुकानों के अलावा सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए लगे काउंटर..
स्वदेशी मेले में आकर्षक दुकानों के अलावा फूड स्टॉल बच्चों के लिए झूले,रेल, खिलौने की दुकान, कपड़े की दुकान, बदरवासी जैकेट, जड़ी बूटी की दुकान, राजस्थानी चप्पल जूते, मिठाई की दुकान, लोकल में बनी कन्फेक्शनरी की दुकान, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं फर्नीचर के आलावा शासकीय योजनाओं के प्रचार प्रसार की दुकानें भी सजी थीं।
"वोकल फॉर लोकल के नारे को धरातल पर लाने का था उद्देश्य..
स्वदेशी मेले का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी के विचार के प्रसार की निमित्त आयोजित मेले के माध्यम से प्रधानमंत्री के स्वर "वोकल फॉर लोकल" के नारे को धरातल प्रदान करना है। स्वदेशी मेला शिवपुरी में स्थानीय उत्पादन तथा उत्पादकों को बाजार उपलब्ध हो सके तथा युवाओं की उद्यमिता के प्रति अभिरुचि जागृत हो। देश में बेरोजगारी का समाधान हो । देश समृद्ध बने ऐसे उद्देश्य को लेकर स्वदेशी जागरण मंच द्वारा देश भर में स्वदेशी मेले  आयोजित हो रहे हैं। और जनता का सहयोग भी स्वदेशी मेलो को मिल रहा है।

इनकी बदौलत लगे स्वदेशी मेले को चार चांद..
यहां आपको बताना लाजिमी होगा कि स्वदेशी मेले को शिवपुरी में आयोजित करने एवं उसकी सारी व्यवस्था देखने के लिए स्वदेशी मेला प्रबंधक सुरेश शर्मा एवं जिला संयोजक मेला श्री गोपाल गौड़ (मातोश्री ) के साथ संयोजक एवम व्यवस्थापक श्री चीनू अग्रवाल(नक्षत्र गार्डन) जी की विशेष भूमिका रही शहर की जनता पूरे 10 दिन तक न सिर्फ मनोरंजन करने आए बल्कि यह भी कहते हुए मिली की मात्र 10 दिन के लिए इतना बेहतरीन मेला शिवपुरी जैसे शहर में लग पाना नामुमकिन है। क्योंकि कोई भी व्यापारी 10 दिन के लिए अपनी दुकानें पूरी व्यवस्थाओं के साथ नहीं आता। वहीं जहां स्कूलों में पारंपरिक एवम सांस्कृतिक गतिविधियां साल में एक या दो बार बड़ी मुश्किल से हो पाती हैं । उन्हीं स्कूलों ने बार- बार आकर के भिन्न-भिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां दीं। तथा देश के तमाम कोनों में रह रहे शिवपुरी के विशेष कलाकार के साथ अन्य राज्यों के कलाकारों को दिन प्रतिदिन उनकी प्रस्तुतियों के लिए बुला पाना अपने आप बड़ा काम है जिनको स्वयं मेला प्रबंधक सुरेश शर्मा एवं गोपाल गौड़ तथा संयोजक चीनू अग्रवाल ने अपने संबंधों के माध्यम से न सिर्फ उनको बुलाया अपितु स्वदेशी मेले में हृदय से अपनी प्रस्तुति दिलवाकर चार चांद भी लगवा दिए। सारी व्यवस्था को देखते हुए शहर की जनता ने मेला जिला संयोजक गोपाल गौड़ एवं चीनू अग्रवाल जी को विशेष आभार प्रकट किया।

Tags

Newsletter Signup

Sed ut perspiciatis unde omnis iste natus error sit voluptatem accusantium doloremque.

एक टिप्पणी भेजें