बाबा महाकाल की निकली बारात, झूम के नाचे बाराती.. शिव की शिवपुरी हुई शिवमई..
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में की धुन पर थिरकते श्रद्धालुओं ने भोले बाबा की निकली बारात..चर्चित समाचार एजेंसी।
।।शिवपुरी 27/02/25।। - आस्था और श्रद्धा का विशेष पर्व कहे जाने वाले त्यौहार महाशिवरात्रि को शिवभक्तों ने बाबा महाकाल को पूरे रस्मों रिवाज़ के साथ दूल्हे के रूप में सजाकर, पालकी में बिठाकर, ढोल और ताशों के साथ श्री नीलकंठ महादेव मन्दिर से बारात निकाली, हिंदू समाज में सनातन के प्रति आस्था रखने वाले लोगों की आस्था लगातार ईश्वर के प्रति बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि प्रतिवर्ष धर्म के क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रमों में श्रद्धालुजन बढ़-चढ़कर भाग लेते है। महापर्व महाशिवरात्रि के अवसर पर शहर के शिवालयो में भी श्रद्धालुओं का तांता अलसुबह से लगा रहा है। यहां प्रसिद्ध श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर पर जिला प्रशासन के द्वारा महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए कतारबद्ध दर्शन की व्यवस्था की गई साथ ही सुरक्षा दृष्टि से पुलिस व प्रशासन के लोग भी मौजूद रहे। यहां श्रीसिद्धेश्वर महादेव सेवा समिति एवं श्री नीलकण्ठेश्वर महादेव सेवा समिति के तत्वाधान में नगर में भव्य शिव बारात भी निकाली गई। श्री सिद्धेश्वर मंदिर, गोरखनाथ मंदिर, नीलकंठ मंदिर सहित शिव मंदिरों पर शिवरात्रि के पावन अवसर पर शिव भक्तों का सैलाब उमडऩे से मन्दिर परिसर खचाखच भरा नजर आया। भक्तों के द्वारा यहां शिवाभिषेक के साथ-साथ हर हर महादेव के जयकारों से मन्दिर परिसर गुंजायमान होते रहे। शिवरात्रि होने के कारण सुबह से ही महिलाओं व पुरुषों अधिक भीड़ थी। भक्तों ने भगवान शंकर की पूजा अर्चना कर व्रत रखा। कई लोगो ने मन्दिर परिसर के बाहर लगी दुकानों से छोटे बच्चों के लिए खिलौने खरीदे तो कई महिलाओं ने श्रृंगार का सामान खरीदा।
भजनों की धुन के साथ निकली भोलेनाथ की शाही सवारी, नगर वासियों ने किया जगह-जगह स्वागत
शिव भक्तों ने अल सुबह से ही सारी तैयारी कर रखी थी,
शाम 4:00 बजे से शिवभक्तों ने बैंड बाजे फूल और लाइटों से सजी बग्गी, देसी बैंड ,डीजे, कलाबाजी प्रदर्शन, अद्भुत झांकियों के साथ शिव भक्तों ने बारात की अगुवाई भजनों पर नाचते हुए की, इस बारात का साक्षी पूरा शहर रहा, सवारी जहां-जहां से गुजरी वह-वहां लोगों ने फूल माला, प्रसादी चढ़ाने के साथ पुस्प वर्षा करके बारात का स्वागत किया एवम बाबा महाकाल का आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस बारात में पुरुष और महिला दोनों ही बराबर शिव भाजनों पर थिरके ऐसा नज़ारा था मानों पूरा शहर ही शिवमई हो गया हो । बारात में शहर की जनता को आशीर्वाद के रूप में खिचड़ी प्रसादी का वितरण भी किया गया।
इस उपलक्ष में शहर वासियों ने जगह-जगह प्रसादी के काउंटर लगा रखे थे जहां खिचड़ी के साथ ही सादा एवम भांग ठंडाई का वितरण भी किया गया।
श्री नीलकंठ महादेव समिति द्वारा पांचवी बार निकाली सवारी पहले सिद्धेश्वर महादेव मंदिर से निकलती थी।
बाबा महाकाल की सवारी श्री नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर द्वारा बड़ी धूमधाम से निकाली गईं, यह सवारी नीलकंठेश्वर महादेव उत्सव समिति द्वारा पांचवी बार निकाली गई है।
पहले यही बारात रूपी सवारी सिद्धेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट द्वारा निकाली जाती थी जिसका आयोजनकर्ता शिवपुरी का जिला प्रशासन रहा करता था। चूंकि जिला प्रशासन द्वारा निकली गई बारात प्रॉपर व्यवस्थित ना हो पाने के कारण यह जिम्मा नीलकंठेश्वर महादेव उत्सव समिति ने ले लिया। तभी से लगातार 5 वर्षों से यह सवारी शहर के मध्य में स्थित नील कंठेश्वर महादेव मन्दिर हलवाई खाने से होते हुए गांधी चौक के रास्ते,नरहरी चौराहे से सीधे कस्टम गेट, निचला बाजार,सदर बाज़ार, पटवा चौक,माधव चौक, पुराने बस स्टैंड, विष्णु मन्दिर के रास्ते सिध्देश्वर महादेव मन्दिर पहुंचती है।
जहां पर स्थित कैला मन्दिर पर माता पार्वती और भगवान भोलेनाथ का सभी रस्में एवम रीति रिवाज से विवाह संपन्न किया जाता।
इधर द्वारिकापुरी कॉलोनी में भी हुआ शिव अभिषेक.
भजन संध्या के कार्यक्रम में महिलाएं नाचीं..
महाशिव रात्रि के दिन सारा शहर शिवमई होजाता है बाबा भोलेनाथ के विवाह के विषेश पर्व पर श्रद्धालुगण व्रत उपवास रखकर सारे दिन भजन पूजन में लगे रहते हैं ।
इधर द्वारिकापुरी कॉलोनी छर्च वालों के पास गुप्ता डुप्लेक्स के सामने स्थित महादेव मदिर पर शिव की पूजा अर्चना कर शिव पार्वती विवाह संपन्न कराया। इस विवाह के साक्षी सभी द्वारिकापुरी वासी रहे दिन से भी को भजनों का कार्यक्रम चलता रहा जिसे रात्रि 10:00 बजे भोलेनाथ और माता जगदम्बा की आरती पश्चात फल, मिठाई, एवम ठंडाई प्रसादी कर अयोजन का समापन किया।
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